अग्निपथ योजना क्या है (Agnipath Scheme) औऱ इसकी जरुरत क्यों है

हमारे भारत देश में आज सबसे बड़ा मुदा बेरोजगारी का है। और आज के समय में 1% लोग सरकारी नौकरी से जुड़े है और 99% लोग अपना रोजगार खुद करते हैं। और ये अग्निवीर योजना से देश में युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा। भारत सरकार की तरफ से, थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों को भर्ती होने के लिए अग्निपथ (Agniveer Scheme) योजना का ऐलान किया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के लिए बड़ी भर्ती करने के लिए अग्नीवीर योजना को लॅान्च किया गया है। सरकार ने जो योजना लागू कि है इसके मुताबिक पहले 4 साल के लिए जवानों के भर्ती किया जाएगा

और साढ़े तीन साल तक एक्टिव ड्यूटी करने के बाद 75 फीसद जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा। एक महीने के बाद सरकार 25 फीसदी जवानों को भर्ती करेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान मंत्रिमंडल की बैठक में किया थ।।

Agnipath Scheme

अग्निपथ स्कीम: 30 to 40 हजार की सैलरी, 48 लाख का बीमा, 4 साल की नौकरी, 11 लाख की सेवा निधि

अग्निपथ योजना से सेनाओं का सैलरी और पेंशन खर्च बचेगा
बचे हुए पैसों से आधुनिकीकरण और हथियार उपकरण खरीदने के लिए पैसे बचेगें
अभी के टाइम में देखे तो 60% बजट पेंशन-सैलरी में चला जाता है
सेनाओं में सभी वर्गों को बराबर का मौका मिलेगा इससे बेरोजगारी भी दूर होगी
इन रेजीमेंटों में बाहरी लोगों की भर्ती पर रोक लगायी है
अभी सेना में सवा लाख जवानों की कमी है अग्निपथ योजना के बाद जगह खाली नहीं रहेगी
अग्निपथ योजना हमारे भारत देश को मजबूत बनाएगा

अग्निवीरों की सैलरी कितनी होगी

शुरुआत में अग्निवीरों का वेतन 30 हजार रुपये होगा और चौथे वर्ष में इसे बढ़ाकर 40 हजार रुपये किया जाएगा। और 70 प्रतिशत सैनिकों को वेतन दिया जाएगा और शेष 30 प्रतिशत वेतन सरकार द्वारा ही रखा जाएगा। और यह राशि सरकार के पास सेवा कोष के रूप में जमा की जाएगी। सरकार सेवा कोष में भी 30 प्रतिशत का योगदान देगी।

अग्निवीर को सभी ईपीएफ/पीपीएफ सुविधाओं को मिलाकर पहले वर्ष में 4.76 लाख रुपये मिलेंगे। और चौथे वर्ष तक जब वेतन 40 हजार हो जाएगा, तब वर्ष में 6.92 लाख रुपये मिलेंगे, इस पैकेज के साथ कुछ अन्य भत्ते भी मिलेंगे। अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में उनके कार्यकाल के लिए 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा भी प्रदान किया जाएगा।।

अग्नीपथ सेना

तीनों सेनाओं में होगी जवानों की भर्ती, सेना में जवानों की भर्ती सिर्फ 4 साल के लिए होगी. इसमें 18 साल से 21 साल तक के लोगों की भर्ती की जाएगी। और फिर उन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। और उसके बाद इसे सशस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा। फिर जवान साढ़े तीन साल तक फोर्स में सक्रिय रहेंगे। उसके बाद 75 फीसदी जवानों को रिटायर किया जाएगा और एक महीने बाद 25 फीसदी जवानों की फिर से भर्ती की जाएगी

सेना में जो भी भर्ती होगी, वह उन लोगों पर होगी जिन्होंने सेना के नियम बनाए हैं। जिसमें आपको 4 साल की योग्यता और आपका काम और पराक्रम दिखाई देगा। आपके दिए गए प्रदर्शन के आधार पर एक केंद्रीकृत और पारदर्शी मूल्यांकन होगा। 100% उम्मीदवार रेगुला कार्ड के लिए स्वयंसेवक के रूप में आवेदन कर सकते हैं।

4 साल काम करने के बाद जवानों को डिप्लोमा मिलेगा। और जवानों को क्रेडिट स्कोर भी दिया जा सकता है। और युवा इसका इस्तेमाल आगे की पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। सेवानिवृत्ति के बाद नौकरियों में भी सरकार मदद करेगी, आप जगह-जगह नौकरी कर सकते हैं। 4 साल तक काम करने के बाद, अग्निवीरों को नागरिक समाज में फिर से शामिल किया जाएगा जहां वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान दे सकते हैं।

अग्निवीर अपने 4 वर्ष के कार्य को पूर्ण करने के बाद व्यावसायिक रूप से आत्म-अनुशासित होंगे, राष्ट्र निर्माण की दिशा में वह निश्चित रूप से एक बड़ा प्लस होगा और हमारे भारत देश के युवा भी मजबूत होंगे और समाज में होने वाले छोटे-मोटे दंगों के खिलाफ लड़ेंगे। परिवार को बचाने में सफल रहेंगे। और 12 लाख रुपये का सेवा कोष अग्निवीर को अपने भविष्य के सपनों को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

अग्निवीर भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन कब से शुरू होगा | Agniveer Registration

Agniveer yojana recruitment: अग्निपथ योजना में भारतीय सेना में शामिल होने के लिए आवश्यक अधिसूचना जारी की गई है। वहीं नोटिफिकेशन के मुताबिक जुलाई में रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा. भारतीय सेना के नोटिफिकेशन के मुताबिक 8वीं और 10वीं पास युवा भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं.

  • अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती की जाएगी।
  • कोई पेंशन या स्नातक नहीं मिलेगा
  • इसके अलावा अग्निशामकों को कैंटीन की सुविधा भी नहीं मिलेगी।
  • अग्निवीरों का वेतन 30 हजार से 40 हजार रुपये प्रतिमाह होगा।
  • चार साल की सेवा समाप्त होने पर प्रत्येक अग्निवीर को करीब 12 लाख रुपये मिलेंगे।
  • अग्निवीर बनने के लिए 1.6 किमी दौड़ना पड़ता है।
  • अगर आप 5 मिनट 30 सेकेंड में दौड़ पूरी करते हैं तो आपको 60 अंक मिलेंगे।
  • वहीं, 5 मिनट 31 सेकेंड से 5 मिनट 45 सेकेंड में दौड़ पूरी करने पर 48 अंक दिए जाएंगे.
  • इसके साथ ही अधिक प्रशिक्षण परीक्षण जैसे 9 फीट लंबी छलांग
  • ग्निवीरों को साल में कुल 30 छुट्टियां मिलेंगी
  • बीमारी तय करेगी बीमारी
  • अग्निवीरों को एक साल में कुल 30 छुट्टियां मिलेंगी।
  • 25% भारतीय सेना में लिया जाएगा
  • 25% अग्निवीर अगले 25 वर्षों तक भारतीय सेना में सेवा कर सकेंगे
  • अगर वह 10वीं पास करने के बाद अग्निवीर बन जाता है तो उसे 12वीं का सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा।

प्रशिक्षण ट्रेनिंग देने के बाद अग्निवीर सेना के जवानों की तरह हर चुनौती का सामना कर सकेंगे, अग्निवीरों को जो भी प्रशिक्षण दिया जाएगा उसमें कोई समझौता नहीं होगा। उन्हें पाकिस्तान सीमा और चीन सीमा पर तैनात किया जाएगा। और इससे हमारे देश की क्षमता कम नहीं होगी। हमारी यूनिट्स में सही संख्या में इन्हें तैनात किया जाएगा। अग्निवीर को हर तरा का दर्जा दिया जा सकता है। और इसी तरह 4 शाल जोश और उत्साह के साथ अपने देश की सेवा करने का सुनहरा अवसर मिलता है।

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